Sunday, 5 November 2023

 

मेरे अश्क़ से लिखे जो ख़त थे

वो हर दफ़न आह में लापता हुए

गुम है वो लहर जिसको तकता साहिल

कई दिन हुए कोई हमसे खता हुए

No comments:

Post a Comment