Friday, 18 October 2024

 ख्वाइश ए ख़्वाब है इतनी जनाब

कि इस फिक्र में ही तमाम रात जगे

बदनाम महफ़िल में शरीक क्या हुए

इलज़ाम ना लगे कि कोई इलज़ाम ना लगे


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